दीपावली 2025: लक्ष्मी पूजन मुहूर्त, विधि, सामग्री सूची और शुभकामनाएं
दीपावली 2025: लक्ष्मी पूजन मुहूर्त, विधि, सामग्री सूची और शुभकामनाएं

Post by : Shivani Kumari

Oct. 20, 2025 4:23 p.m. 180

दीपावली 2025: लक्ष्मी पूजन मुहूर्त, विधि, सामग्री और शुभकामनाएं

भारत में दीपावली सबसे बड़ा और प्रतीकात्मक त्योहार है। यह पर्व अंधकार पर प्रकाश की जीत, बुराई पर अच्छाई की विजय और धन-संपत्ति एवं सुख-शांति का प्रतीक है। दीपावली 2025 का मुख्य दिन 20 अक्टूबर है, जो अमावस्या के दिन पड़ता है। इस दिन का प्रमुख आयोजन है लक्ष्मी पूजन, जो घर में समृद्धि, धन और खुशियों का संचार करता है।

इस लेख में हम दीपावली 2025 के मुहूर्त, पूजा विधि, सामग्री सूची, मंत्र, आरती, शुभकामनाएं, सुरक्षा और पर्यावरण अनुकूल उपाय विस्तार से जानेंगे।

दीपावली 2025 का महत्व

दीपावली केवल दीप जलाने का पर्व नहीं है। यह पांच दिवसीय उत्सव है, जिसमें शामिल हैं:

  • धनतेरस: धन और आभूषण खरीदने का शुभ दिन।
  • नरक चतुर्दशी: बुराई पर विजय का प्रतीक।
  • दीपावली: मुख्य दिन, जब माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा होती है।
  • गोवर्धन पूजा: भगवान कृष्ण की पूजा और गोवर्धन पर्वत की आराधना।
  • भाई दूज: भाई-बहन के रिश्ते का उत्सव।

अंधकार पर प्रकाश की विजय

दीपावली अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। घर, मंदिर और रास्तों को दीपों और रंगोली से सजाना इस संदेश का प्रतीक है।

माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा

माता लक्ष्मी धन, समृद्धि और सुख-शांति लाती हैं। गणेश जी, जिन्हें विघ्नहर्ता कहा जाता है, पूजन के प्रारंभ में पूजा जाते हैं ताकि सभी बाधाएं दूर हों।

नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत

व्यापारी वर्ग दीपावली को नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत मानकर खाता-बही खोलता है। इस दिन का शुभ मुहूर्त व्यापार और निवेश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।

दीपावली 2025 की तारीख और पंचांग

दीपावली 2025: 20 अक्टूबर 2025
धनतेरस: 18 अक्टूबर 2025
नरक चतुर्दशी: 19 अक्टूबर 2025
गोवर्धन पूजा: 21 अक्टूबर 2025
भाई दूज: 22 अक्टूबर 2025

अमावस्या का महत्व

दीपावली अमावस्या के दिन मनाई जाती है। यह दिन अंधकार, पाप और कष्टों का अंत और नए उजाले, सुख और समृद्धि का आरंभ करता है।

लक्ष्मी पूजन मुहूर्त 2025

रोगप्रमुख लक्षणपिप्पली उपचारमात्रा एवं अवधि
स्वरयंत्र शोथगले में सूजन, दर्द, आवाज बैठनापिप्पली + मुलेठी का काढ़ा½ चम्मच चूर्ण गुनगुने पानी में, दिन में 2 बार × 7 दिन
गाँठ/मस्साभारी आवाज, चिल्लाने में कठिनाईत्रिकटु चूर्ण (पिप्पली+सोंठ+काली मिर्च)1 चम्मच शहद के साथ, दिन में 2 बार × 14 दिन
स्वरयंत्र पक्षाघातआवाज़ में स्थायी परिवर्तनपिप्पली रसायन (क्रमिक वृद्धि)1-10 फल प्रतिदिन (बढ़ाते हुए), 40 दिन
अम्ल रिफ्लक्स शोथकंठ में जलन, दर्दपिप्पली + सोंठ काढ़ा¼ चम्मच छाछ में, दिन में 2 बार × 10 दिन
कर्करोग निवारण (सहायक)सतत आवाज बैठना, धूम्रपान का प्रभावपिप्पली + तुलसी चाय (नियमित)½ चम्मच प्रतिदिन — दीर्घकालिक निवारक

नोट: शहर अनुसार समय में थोड़ी भिन्नता हो सकती है। उदाहरण के लिए, मुंबई में मुख्य मुहूर्त 6:35 PM से 8:25 PM तक है। अपने शहर का पंचांग जरूर देखें।

चोघड़िया मुहूर्त की सलाह

  • लाल चोघड़िया: सबसे उत्तम, धन लाभ के लिए।
  • अमृत चोघड़िया: दीर्घकालिक समृद्धि के लिए।
  • शुभ चोघड़िया: सामान्य पूजन के लिए।

लक्ष्मी पूजन की तैयारी

  • घर और पूजा स्थल की पूरी सफाई।
  • मुख्य द्वार पर रंगोली और दीप सजावट।
  • पूजा मंडप पर लाल कपड़ा बिछाना और मूर्ति स्थापना।
  • कलश में जल, सुपारी और सिक्के रखना।
  • पूजन स्थल पर अगरबत्ती, दीपक और फूल रखना।

लक्ष्मी पूजन विधि (Step by Step)

  1. संकल्प: पूजा की शुरुआत में आसन पर बैठकर संकल्प लें।
  2. गणेश पूजन: गणेश जी का पूजन और आरती।
  3. वरुण पूजन: जल के माध्यम से वरुण देवता को आमंत्रित करें।
  4. लक्ष्मी पूजन: माता लक्ष्मी को फूल, चंदन, कुमकुम अर्पित करें।
  5. चौकी पूजन: धन प्रतीक सिक्के और आभूषण रखें।
  6. यंत्र पूजन: श्री यंत्र स्थापना कर मंत्र जाप।
  7. हवन और आरती: हवन करके लक्ष्मी आरती गाना।
  8. प्रसाद वितरण: मिठाई और फल बांटना।

टिप: पूजन के दौरान सात्विक भोजन और व्रत का पालन करें।

पूजन सामग्री सूची

श्रेणी आवश्यक सामग्री
मुख्य वस्तुएं लक्ष्मी-गणेश मूर्ति, कलश, कुमकुम, हल्दी, चंदन, फूल, फल, सुपारी, पान का पत्ता, नारियल
दीपक 11-21 दीये, घी, रुई की बत्ती, कपूर
प्रसाद लड्डू, बर्फी, खीर, सूखे मेवे, लौंग, इलायची
अन्य अगरबत्ती, श्री यंत्र, लाल कपड़ा, सिक्के, रंगोली रंग, घंटी, शंख

पर्यावरण अनुकूल सामग्री

  • एलईडी दीये का उपयोग।
  • प्राकृतिक रंगोली।
  • प्लास्टिक से बचें।

लक्ष्मी पूजन मंत्र और आरती

मुख्य मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः

गणेश मंत्र: ॐ गण गणपतये नमः

पंच लक्ष्मी मंत्र: ॐ ऐं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः

लक्ष्मी आरती

पद्मालया पद्मनाभपरीजा वसतुर्विष्णुप्रिया।
सर्वदुःखहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते॥

जय लक्ष्मी माता, माता जय लक्ष्मी माता...

दीपावली शुभकामनाएं

  • दीपों की रोशनी से जगमग हो आपका घर, खुशियों का उजाला छाए। शुभ दीपावली!
  • लक्ष्मी-गणेश का आशीर्वाद मिले, धन-समृद्धि आपके द्वार आए।
  • यह दीपावली लाए सुख-शांति और सफलता।
  • अंधेरे पर प्रकाश की जीत हो, बुराई पर अच्छाई की विजय पर्व हो।

विशेष टिप्स और सुरक्षा उपाय

  • पटाखों से बचें और प्रदूषण कम करें।
  • दीयों को सुरक्षित जगह पर जलाएं।
  • बच्चों को पटाखों से दूर रखें।
  • ध्यान, जागरण और महानिशीथ काल में पूजा करें।

क्षेत्रीय विविधताएं

  • बंगाल: काली पूजा पर जोर।
  • दक्षिण भारत: गोवर्धन पूजा और दीप सजावट।
  • गुजरात: नया वित्तीय वर्ष और व्यावसायिक खाता-बही खोलना।

दीपावली 2025 समृद्धि, खुशियों और आध्यात्मिक जागरण का पर्व है। लक्ष्मी पूजन मुहूर्त का पालन कर विधि से पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। इस दीपावली अपने घर और परिवार को दीपों और रंगोली से सजाएं, नई उम्मीदों के साथ जीवन में खुशियों का संचार करें। शुभ दीपावली!

#त्योहार
अनुच्छेद
प्रायोजित
ट्रेंडिंग खबरें
सरकाघाट का चंद्र बना इलाक़े का ‘बुलडोज़र बेटा’, अपने खर्चे से बहाल कराई बंद पड़ी 30 सड़कें एआई ने खोला 500 साल पुराना शिव स्तुति शिलालेख का रहस्य कांगड़ा में हुआ 46वां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रांत अधिवेशन, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार रहे मुख्य अतिथि जीएसटी सुधारों ने भारत में अक्टूबर में ऑटो बिक्री विक्रय रिकॉर्ड बनाया भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनियों ने दिखाया नया रिकॉर्ड, त्योहारों की माँग से बिक्री हुई बढ़ोतरी गूगल ने पिक्सेल यूज़र्स के लिए अक्टूबर में दिया आखिरी मिनट सुरक्षा अपडेट इस सप्ताह सोना ₹748 गिरा, चांदी ₹2,092 बढ़ी, बाजार में उतार-चढ़ाव हिमाचल कैबिनेट ने युवाओं के लिए 700 से अधिक नई सरकारी नौकरियां दीं, जिलेवार विकास योजनाओं को मंजूरी