उज्जैन में धनतेरस 2025: शुभ मुहूर्त, खरीदारी और पूजा विधि
उज्जैन में धनतेरस 2025: शुभ मुहूर्त, खरीदारी और पूजा विधि

Post by : Shivani Kumari

Oct. 9, 2025 4:51 p.m. 116

उज्जैन में धनतेरस: पूर्ण गाइड

धनतेरस भारत में दीपावली महापर्व की शुरुआत का प्रतीक है। इसे विशेष रूप से धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए मनाया जाता है। उज्जैन, मध्य प्रदेश में भी यह पर्व श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है।

धनतेरस का महत्व

धनतेरस का अर्थ है “धन” और “तेरस”, यानी त्रयोदशी तिथि। इस दिन का महत्व निम्नलिखित है:

  • धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी की पूजा
  • यमराज को दीप जलाना (यम दीपम) लंबी उम्र और सुरक्षा का प्रतीक
  • सोना, चांदी और नए बर्तन खरीदना घर में संपत्ति और समृद्धि लाने का संकेत
  • परिवार और मित्रों के साथ पूजा और उत्सव घर और समाज में सुख-शांति लाते हैं

उज्जैन में धनतेरस 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त

  • दिनांक: शनिवार, 18 अक्टूबर 2025
  • त्रयोदशी आरंभ: 12:18 PM, 18 अक्टूबर
  • त्रयोदशी समाप्ति: 1:51 PM, 19 अक्टूबर
  • प्रदोष काल: 5:48 PM – 8:20 PM
  • वृषभ काल: 7:16 PM – 9:11 PM
  • धनतेरस पूजा मुहूर्त: 7:16 PM – 8:20 PM

यह समय लक्ष्मी पूजा और यम दीपम जलाने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।

धनतेरस पर शुभ खरीदारी

  • सोना और चांदी: घर में धन और समृद्धि के प्रतीक
  • बर्तन और नए सामान: घर में सुख और समृद्धि लाने के लिए
  • झाड़ू और सफाई संबंधित वस्तुएँ: घर की सफाई और नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए
  • लक्ष्मी-गणेश मूर्तियाँ: पूजा और घर में सुख-समृद्धि लाने के लिए
  • नए बर्तन, वाहन या भूमि: नए निवेश और सौभाग्य के लिए

बचने योग्य वस्तुएँ

  • लोहे और लकड़ी के सामान – नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश कर सकते हैं
  • चमड़े के सामान – लक्ष्मी माता प्रसन्न नहीं होंगी
  • नकली या खराब गुणवत्ता वाले आभूषण – केवल शुद्ध और उच्च गुणवत्ता वाले खरीदें

पूजा विधि और चरण

चरण 1: घर की सफाई और सजावट

घर को अच्छे से साफ करें। रसोई, पूजा स्थल और मुख्य द्वार पर रंगोली और दीपक सजाएँ। लाल और पीले रंग का रांगोली शुभ माना जाता है।

चरण 2: दीप जलाना (यम दीपम)

यमराज को प्रसन्न करने के लिए घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाएँ। यह लंबी उम्र और सुरक्षा का प्रतीक है।

चरण 3: लक्ष्मी और गणेश की पूजा

पूजा स्थल पर लक्ष्मी, गणेश और धन्वंतरि की मूर्तियाँ रखें। मंत्रों का जाप करें:

  • लक्ष्मी मंत्र: ॐ महालक्ष्म्यै नमः
  • गणेश मंत्र: ॐ गं गणपतये नमः

मंत्र जाप कम से कम 108 बार करें।

चरण 4: प्रसाद और भोजन

मिठाई और हलवा प्रसाद के रूप में बाँटना शुभ माना जाता है। ताजे फल और विशेष व्यंजन भी घर में समृद्धि लाते हैं।

चरण 5: नया सामान खरीदना

शुभ मुहूर्त में नया बर्तन, सोना या चांदी खरीदें। यह घर में धन और समृद्धि लाने का प्रतीक है।

रंग, संख्या और समय का महत्व

  • शुभ रंग: लाल, पीला, सुनहरा
  • शुभ संख्या: 3, 5, 7, 9
  • शुभ समय: 7 बजे के आसपास दीप जलाना अत्यंत फलदायी

उज्जैन की स्थानीय परंपराएँ

  • महाकालेश्वर मंदिर में विशेष पूजा और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
  • बाजारों में विशेष मेले और छूट का आयोजन होता है।
  • परिवार और मित्रों के साथ मिलकर दीपों और रांगोली से घर सजाना प्रमुख परंपरा है।

विशेष टिप्स

  • घर की सफाई सबसे पहले करें।
  • शुद्ध सामग्री का प्रयोग करें।
  • दीप जलाने के समय ध्यान और भक्ति का भाव रखें।
  • धनतेरस पर खरीदी गई वस्तुएँ पूजा के बाद ही प्रयोग करें।
  • परिवार के सभी सदस्य पूजा में भाग लें और मिलकर दीप जलाएँ।

धनतेरस केवल धन और वस्तुओं की खरीदारी का दिन नहीं है, बल्कि यह घर और परिवार में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाने का पर्व है। सही समय और मुहूर्त में पूजा और खरीदारी करने से लक्ष्मी माता की कृपा प्राप्त होती है।

उज्जैन में धनतेरस 2025, 18 अक्टूबर को शनिवार को मनाया जाएगा। यह दिन आपके घर और परिवार के लिए धन, सुख और समृद्धि लेकर आए।

#वस्तुएँ #त्योहार
अनुच्छेद
प्रायोजित
ट्रेंडिंग खबरें
सरकाघाट का चंद्र बना इलाक़े का ‘बुलडोज़र बेटा’, अपने खर्चे से बहाल कराई बंद पड़ी 30 सड़कें एआई ने खोला 500 साल पुराना शिव स्तुति शिलालेख का रहस्य कांगड़ा में हुआ 46वां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रांत अधिवेशन, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार रहे मुख्य अतिथि जीएसटी सुधारों ने भारत में अक्टूबर में ऑटो बिक्री विक्रय रिकॉर्ड बनाया भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनियों ने दिखाया नया रिकॉर्ड, त्योहारों की माँग से बिक्री हुई बढ़ोतरी गूगल ने पिक्सेल यूज़र्स के लिए अक्टूबर में दिया आखिरी मिनट सुरक्षा अपडेट इस सप्ताह सोना ₹748 गिरा, चांदी ₹2,092 बढ़ी, बाजार में उतार-चढ़ाव हिमाचल कैबिनेट ने युवाओं के लिए 700 से अधिक नई सरकारी नौकरियां दीं, जिलेवार विकास योजनाओं को मंजूरी