Post by : Shivani Kumari
अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राजस्थान प्रशासनिक सेवा आरएएस परीक्षा 2024 की मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित हो चुका है। अब मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण हुए 2461 अभ्यर्थियों के लिए महत्वपूर्ण समय आ गया है। आयोग ने निर्देश जारी किए हैं कि ये अभ्यर्थी 10 नवंबर तक विस्तृत आवेदन पत्र और सेवा प्राथमिकता का क्रम ऑनलाइन भर सकेंगे। यह प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी और ऑफलाइन आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
मुख्य बिंदु: मुख्य परीक्षा का परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित। 2461 अभ्यर्थी उत्तीर्ण। विस्तृत आवेदन पत्र भरने की अंतिम तिथि 10 नवंबर। एसएसओ पोर्टल पर लॉगिन कर आवेदन भरें। सेवा प्राथमिकता अनिवार्य।
यह परीक्षा राजस्थान की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है, जिसमें राज्य स्तर पर विभिन्न प्रशासनिक पदों के लिए चयन किया जाता है। मुख्य परीक्षा के बाद साक्षात्कार का चरण आता है, लेकिन उसके पहले विस्तृत आवेदन पत्र भरना अनिवार्य है। आयोग के सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि यह प्रक्रिया अभ्यर्थियों को अपनी सेवा प्राथमिकताएँ स्पष्ट करने का अवसर प्रदान करती है।
“विस्तृत आवेदन पत्र भरना साक्षात्कार में प्रवेश का पहला कदम है। अभ्यर्थियों को समय रहते इस प्रक्रिया को पूरा करना चाहिए, क्योंकि देरी से कोई छूट नहीं दी जाएगी।”
— रामनिवास मेहता, सचिव, राजस्थान लोक सेवा आयोग
मुख्य परीक्षा का परिणाम 8 अक्टूबर 2024 को आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया था। इस परीक्षा में कुल 2461 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। ये अभ्यर्थी अब राज्य सिविल सेवाओं और अधीनस्थ सेवाओं के लिए अपनी पसंद के पदों का चयन कर सकेंगे।
विस्तृत आवेदन पत्र में अभ्यर्थियों को अपनी शैक्षणिक योग्यता, कार्य अनुभव, जाति प्रमाण पत्र, और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी भरनी होगी। साथ ही, सेवा प्राथमिकता क्रम में वे अपनी प्राथमिकताओं को व्यवस्थित कर सकेंगे।
प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए आयोग ने एसएसओ पोर्टल को एकीकृत किया है। अभ्यर्थियों को निम्न चरणों का पालन करना होगा:
यह लिंक 31 अक्टूबर से सक्रिय हो चुका है, जिससे अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय मिलेगा।
परीक्षा समयरेखा:
सेवा प्राथमिकता का महत्व समझना आवश्यक है। राजस्थान में आरएएस के अंतर्गत विभिन्न सेवाएँ उपलब्ध हैं, जैसे राज्य सिविल सेवा, पुलिस सेवा, वित्तीय सलाहकार, आदि। अभ्यर्थी अपनी योग्यता और रुचि के आधार पर इन्हें प्राथमिकता दे सकते हैं। आयोग ने राज्य एवं अधीनस्थ सेवाओं का पदक्रम वेबसाइट पर उपलब्ध कराया है।
प्रमुख सेवाएँ और उनकी विशेषताएँ:
अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे पदक्रम को ध्यान से पढ़ें और अपनी प्राथमिकताएँ बुद्धिमानी से चुनें।
यह प्रक्रिया केवल ऑनलाइन होने से अभ्यर्थियों को कहीं आने-जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लेकिन तकनीकी समस्याओं से बचने के लिए आयोग ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। यदि कोई अभ्यर्थी लॉगिन में समस्या का सामना करता है, तो वह तुरंत संपर्क कर सकता है।
“मैंने आज ही आवेदन भर दिया। प्रक्रिया सरल है, लेकिन सेवा प्राथमिकताएँ चुनने में काफी सोचना पड़ा। यह भविष्य की दिशा तय करता है।”
— रवि शर्मा, उत्तीर्ण अभ्यर्थी, जयपुर
आरएएस परीक्षा की तैयारी एक लंबी यात्रा है। प्रारंभिक परीक्षा में लाखों अभ्यर्थी भाग लेते हैं, लेकिन मुख्य परीक्षा केवल कुछ हजार ही पहुँच पाते हैं। इस वर्ष मुख्य परीक्षा में सामान्य वर्ग से 40 प्रतिशत, ओबीसी से 30 प्रतिशत, एससी-एसटी से 20 प्रतिशत और अन्य श्रेणियों से शेष अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए।
आयोग ने परिणाम के साथ श्रेणीवार कट-ऑफ भी जारी की है। सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम 320 अंक, जबकि आरक्षित वर्गों के लिए 280 अंक आवश्यक थे।
श्रेणीवार कट-ऑफ (मुख्य परीक्षा):
| श्रेणी | कट-ऑफ अंक | उत्तीर्ण अभ्यर्थी | 
|---|---|---|
| सामान्य | 320 | 984 | 
| ओबीसी | 310 | 738 | 
| एससी | 280 | 369 | 
| एसटी | 280 | 246 | 
| अन्य | 290 | 124 | 
ये आंकड़े आयोग के आधिकारिक आंकड़ों पर आधारित हैं।
विस्तृत आवेदन पत्र भरने में देरी न करने की सलाह दी जाती है। अंतिम दिनों में सर्वर लोड बढ़ने से समस्या हो सकती है। अभ्यर्थी अपने दस्तावेज स्कैन करके तैयार रखें, जैसे फोटो, हस्ताक्षर, प्रमाण पत्र आदि।
राजस्थान में आरएएस परीक्षा का महत्व असीम है। यह न केवल व्यक्तिगत करियर बनाती है, बल्कि राज्य के प्रशासन को मजबूत करती है। पिछले वर्ष 2023 की भर्ती में 363 पद भरे गए थे, जबकि इस वर्ष 363 पदों के लिए चयन होगा।
आयोग ने स्पष्ट किया है कि विस्तृत आवेदन पत्र के बिना साक्षात्कार में भागीदारी संभव नहीं। इसलिए, सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थी तत्काल प्रक्रिया शुरू कर दें।
आवेदन प्रक्रिया में सावधानियाँ:
यह प्रक्रिया अभ्यर्थियों के भविष्य को आकार देगी। राज्य सरकार ने आरएएस अधिकारियों की भूमिका को और मजबूत करने के लिए नई नीतियाँ लागू की हैं। जैसे, ग्रामीण विकास में उनकी भागीदारी बढ़ाना।
पिछले वर्षों के अनुभव से सीखते हुए, आयोग ने इस बार प्रक्रिया को डिजिटल बनाया है, जिससे पारदर्शिता बढ़ी है। अभ्यर्थी अपनी स्थिति ऑनलाइन ट्रैक कर सकेंगे।
आरएएस परीक्षा का इतिहास:
आरएएस परीक्षा 1949 से आयोजित हो रही है। प्रारंभ में यह यूपीएससी पैटर्न पर आधारित थी, लेकिन अब राज्य विशेष जरूरतों के अनुरूप है। लाखों युवा इसकी तैयारी करते हैं, जो राजस्थान की युवा ऊर्जा को दर्शाता है।
2022 की परीक्षा में विवादों के बाद, आयोग ने सुधार किए हैं, जैसे पारदर्शी मूल्यांकन और समयबद्ध प्रक्रिया।
अंत में, सभी अभ्यर्थियों को शुभकामनाएँ। यह चरण सफलतापूर्वक पूरा करें और साक्षात्कार की तैयारी करें।
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