Post by : Shivani Kumari
हिमाचल प्रदेश विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा लिए गए इस निर्णय के प्रभाव और लाभ प्रदेश के समस्त शिक्षार्थियों, शिक्षकों तथा अभिभावकों तक स्पष्ट रूप से पहुंचेंगे। कक्षा दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए यह नया पैटर्न इतना ऐतिहासिक है कि भविष्य की शिक्षा व्यवस्था की दिशा भी इससे तय होगी। प्रदेशभर के स्कूलों में शिक्षक अब विद्यार्थियों को समान रूप से तैयार कर पाएंगे। प्रश्नपत्र की तीनों सीरीज़ में सवालों के क्रम की अदल-बदल के बावजूद सभी का स्तर, विषयवस्तु और पाठ्यक्रम समान रहेगा। इससे विद्यार्थियों का तनाव और भ्रम कम होगा, तथा समाज में निष्पक्षता और पारदर्शिता की भावना दृढ़ होगी।
परीक्षाफल घोषित होने के बाद भी अब शिकायतों या विवाद की संभावना न के बराबर रहेगी। पहले विद्यार्थियों में यही चर्चा अधिक होती थी कि किसका पेपर सबसे सरल था, किसका कठिन था, किस सेट में अधिक अंक आएंगे। इन सभी संशयों का अंत अब बोर्ड के स्पष्ट दिशा-निर्देशों से हो गया है। इससे पात्र विद्यार्थी अपना ध्यान परीक्षा की तैयारी में ही लगाएं, दूसरों के पेपर सेट पर विचार न करें।
परीक्षा केंद्रों पर भी नकल रोकने तथा अनुशासन बनाए रखने में सहायता मिलेगी। सभी परीक्षार्थियों के प्रश्न एक जैसे होने से अनुचित लाभ किसी को नहीं मिल पाएगा। बोर्ड मूल्यांकन, प्रश्नपत्र छपाई, प्रश्नों की गुप्तता तथा वितरण व्यवस्थाओं को और सुगम बनाया गया है, जिससे शिक्षा विभाग समय और संसाधन की बचत कर सकेगा।
राज्य सरकार, शिक्षा मंत्रालय और बोर्ड प्रशासन ने स्पष्ट आदेश जारी किए हैं कि मार्च महीने से ही यह बदलाव लागू होगा। विद्यार्थियों के लिए यह आदेश उनके प्रतिस्पर्धात्मक भविष्य की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। शिक्षा जगत के विशेषज्ञों, शिक्षकों, अभिभावकों, कोचिंग संस्थानों, राज्य स्तर के शैक्षणिक सलाहकारों ने इस फैसले की सराहना की है। इससे राज्य शिक्षा का स्तर ऊँचा होगा तथा राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल प्रदेश का नाम और सम्मान बढ़ेगा।

नवीनतम अधिसूचना के अनुसार किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा के दौरान डर या संकोच नहीं रहेगा। वे पूरे आत्मविश्वास और लगन से परीक्षा देंगे, जिससे उनका मानसिक संतुलन भी बना रहेगा। बोर्ड ने यह भी सुनिश्चित किया है कि परीक्षा मूल्यांकन अधिक निष्पक्ष एवं गुणवत्ता युक्त ढंग से हो। परीक्षा परिणामों की घोषणा का समय भी इस संशोधित व्यवस्था में तेज, पारदर्शी और विवाद रहित रहेगा।
शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी किए गए इस आदेश के माध्यम से हिमाचल प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था देश के अन्य राज्यों के लिए आदर्श बनेगी। निर्णय की उचित जानकारी स्कूल प्रशासन, श्रेणी अधिकारी, शिक्षक, विद्यार्थी, अभिभावक, परीक्षा केंद्र प्रभारी, स्कूल प्रबंधन समितियों, राज्य शिक्षा परिषद तथा विभाग के सभी संबंधित विभागों को दे दी गई है। सभी ने एक स्वर में बोर्ड के फैसले का स्वागत किया है और भविष्य की शिक्षा को नया मार्गदर्शन मिलने का विश्वास जताया है।
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