Post by : Shivani Kumari
दुनिया की अग्रणी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) कंपनी ओपनएआई ने 21 अक्टूबर 2025 को एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। कंपनी ने चैटजीपीटी एटलस नामक एक नया एआई-चालित वेब ब्राउज़र लॉन्च किया है, जो गूगल क्रोम जैसे दिग्गज ब्राउज़र को चुनौती देने के लिए तैयार है। यह ब्राउज़र न केवल उपयोगकर्ताओं को पारंपरिक ब्राउज़िंग का नया अनुभव देगा, बल्कि चैटजीपीटी के साथ एकीकृत सुविधाओं के माध्यम से व्यक्तिगत सहायता भी प्रदान करेगा। लॉन्च के बाद अल्फाबेट (गूगल की मूल कंपनी) के शेयरों में 2.21% की गिरावट दर्ज की गई, जो इस तकनीकी प्रतिस्पर्धा की गंभीरता को दर्शाती है। इस लेख में, हम चैटजीपीटी एटलस के लॉन्च, इसके गुणों, तकनीकी पहलुओं, बाजार प्रभाव, गोपनीयता चिंताओं, वैश्विक प्रभाव, तुलनात्मक विश्लेषण, और भविष्य की संभावनाओं का विस्तृत अध्ययन करेंगे।
चैटजीपीटी एटलस ओपनएआई की नवीनतम पेशकश है, जो macOS उपयोगकर्ताओं के लिए तुरंत उपलब्ध है। iOS, Android, और Windows संस्करण शीघ्र ही लॉन्च होने की उम्मीद है। यह ब्राउज़र क्रोमियम तकनीक पर आधारित है और चैटजीपीटी के साथ एकीकृत है, जो इसे अन्य ब्राउज़रों से अलग बनाता है। क्या विशेष है? उपयोगकर्ता अब वेबसाइटों पर सामग्री का सारांश प्राप्त कर सकते हैं, उत्पादों की तुलना कर सकते हैं, और ऑनलाइन फॉर्म भरने जैसे कार्यों को स्वचालित कर सकते हैं। एजेंट मोड: प्लस और प्रो उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध यह सुविधा ब्राउज़िंग के दौरान कार्यों को पूरा करने में सहायता करती है, जैसे रेस्तरां बुकिंग या ग्रॉसरी ऑर्डर।
एटलस की प्रारंभिक सुविधाओं में वेब पेजों का त्वरित विश्लेषण और उपयोगकर्ता-विशिष्ट सुझाव शामिल हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं, तो एटलस आपके पिछले खोजों के आधार पर सबसे अच्छा सौदा सुझा सकता है।
ओपनएआई के अनुसार, एटलस का इंटरफेस सरल और सहज है, जिससे नए उपयोगकर्ताओं को भी इसका उपयोग करने में आसानी होगी। कंपनी ने बताया कि यह ब्राउज़र 90% कम बिजली का उपयोग करता है, जो इसे पर्यावरण के अनुकूल बनाता है।
चैटजीपीटी एटलस में "ब्राउज़र स्मृति" सुविधा शामिल है, जो उपयोगकर्ता की ब्राउज़िंग आदतों को याद रखती है और व्यक्तिगत सुझाव देती है।
उदाहरण के लिए, यदि आप पिछले सप्ताह नौकरी के विज्ञापनों को देख रहे थे, तो एटलस उन रुझानों का विश्लेषण कर साक्षात्कार के लिए तैयारी में सहायता कर सकता है। यह सुविधा उपयोगकर्ताओं को समय बचाने और उत्पादकता बढ़ाने में मदद करती है।
क्रोमियम, जो गूगल क्रोम का आधार है, एक ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट है। ओपनएआई ने इसे संशोधित कर एआई क्षमताओं को जोड़ा है, जिससे एटलस तेज और विश्वसनीय बनता है। यह तकनीक वेबसाइटों के लोडिंग समय को 30% तक कम करती है।
चैटजीपीटी एटलस में एआई न केवल सवालों का जवाब देता है, बल्कि उपयोगकर्ता की गतिविधियों को समझकर सुझाव भी देता है। उदाहरण के लिए, यदि आप यात्रा योजना बना रहे हैं, तो एटलस उड़ानों, होटलों, और गंतव्यों की तुलना स्वचालित रूप से कर सकता है।
लॉन्च के पश्चात अल्फाबेट के शेयरों में गिरावट ने निवेशकों की चिंताओं को उजागर किया।
विश्लेषक जीन मुनस्टर का मत है कि "यह लॉन्च गूगल के लिए एक जागृति का संकेत है। ओपनएआई की बढ़ती लोकप्रियता से सर्च इंजन बाजार प्रभावित हो सकता है।" TechCrunch ने बताया कि अल्फाबेट के शेयरों में 2.21% की गिरावट बाद के व्यापार सत्र में देखी गई।
गूगल क्रोम के अलावा, सफारी, फायरफॉक्स, और माइक्रोसॉफ्ट एज भी बाजार में हैं। StatCounter के अनुसार, गूगल क्रोम का वैश्विक बाजार हिस्सा 65% है, जबकि एटलस की एआई-चालित सुविधाएं इसे अनूठा बनाती हैं।
यदि एटलस ओपनएआई के 500 मिलियन साप्ताहिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करता है, तो यह गूगल के विज्ञापन राजस्व को प्रभावित कर सकता है, जो अल्फाबेट की आय का 75% है।
ओपनएआई ने उपयोगकर्ताओं को आश्वासन दिया है कि ब्राउज़र स्मृति वैकल्पिक है।
उपयोगकर्ता अपनी गोपनीयता सेटिंग्स को अनुकूलित कर सकते हैं और यह तय कर सकते हैं कि एटलस उनकी ब्राउज़िंग डेटा का उपयोग कैसे करे। कंपनी ने वचन दिया है कि डेटा तीसरे पक्षों के साथ साझा नहीं किया जाएगा।
फिर भी, डेटा ट्रैकिंग और एआई एजेंटों के उपयोग से संबंधित जोखिमों पर चर्चा जारी है। ओपनएआई ने कहा कि वह कमजोरियों को ठीक करने के लिए निरंतर कार्य करेगी और सॉफ्टवेयर अपडेट के माध्यम से सुरक्षा बढ़ाएगी।
ओपनएआई ने यह भी स्पष्ट किया कि वेबसाइट जो GPTBot से बाहर हैं, उनका डेटा प्रशिक्षण में उपयोग नहीं होगा, जब तक कि उपयोगकर्ता स्पष्ट रूप से सहमति न दें।
चैटजीपीटी एटलस का वैश्विक प्रभाव व्यापक हो सकता है।
भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 700 मिलियन से अधिक है, और एआई-चालित उपकरणों की मांग बढ़ रही है। एटलस हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में सहायता प्रदान कर सकता है, जो इसे लोकप्रिय बना सकता है।
हालाँकि, डेटा लागत और गोपनीयता जागरूकता भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए बाधा हो सकती है। ओपनएआई को इन मुद्दों को संबोधित करने की आवश्यकता होगी।
भारत में छात्र और छोटे व्यवसाय एटलस का उपयोग ऑनलाइन सीखने और बाजार विश्लेषण के लिए कर सकते हैं, जिससे इसकी उपयोगिता बढ़ेगी।
चैटजीपीटी एटलस को अन्य ब्राउज़रों के साथ तुलना करना महत्वपूर्ण है।
सफारी, जो ऐप्पल के macOS और iOS पर उपलब्ध है, गोपनीयता पर जोर देता है, लेकिन एआई एकीकरण की कमी है।
फायरफॉक्स ओपन-सोर्स है और गोपनीयता पर केंद्रित है, जबकि एज माइक्रोसॉफ्ट की तकनीक पर आधारित है। एटलस इन दोनों से एआई सुविधाओं में आगे है।
StatCounter के डेटा के अनुसार, क्रोम 65% बाजार हिस्से के साथ सबसे तेज है, लेकिन एटलस का लोडिंग समय 20% बेहतर है, जो इसे प्रतिस्पर्धी बनाता है।
एटलस का उपयोग शुरू करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
macOS पर ओपनएआई की आधिकारिक वेबसाइट से एटलस डाउनलोड करें। इसे अनुप्रयोग फोल्डर में खींचें। अपने चैटजीपीटी खाते से लॉगिन करें।
उपयोगकर्ता ब्राउज़र स्मृति को सक्षम या अक्षम कर सकते हैं और गोपनीयता सेटिंग्स को समायोजित कर सकते हैं।
एजेंट मोड को सक्रिय करने के लिए प्रीमियम सदस्यता की आवश्यकता होगी, जो कार्यों को स्वचालित करने में सहायता करेगा।
तकनीकी विशेषज्ञों ने इस लॉन्च पर अपनी राय दी है।
"Atlas will force Google to rethink its AI strategy. It will be a long race."
"Our goal is to empower users. Atlas is a step that will make digital assistants a reality."
ChatGPT Atlas could be the future of AI-driven browsing.
OpenAI plans to upgrade Atlas next year with voice commands and multilingual support.
Google and other companies could take countermeasures, which would make the market more competitive.
The launch of ChatGPT Atlas is a major step in technological innovation, providing users with new features and increasing competition in the market. Alphabet's response and user privacy will be key factors in its success. The coming months will reveal whether Atlas can defeat Google Chrome or simply remain a strong competitor.
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