तांडा मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक सर्जरी: हिमाचल स्वास्थ्य क्रांति
तांडा मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक सर्जरी: हिमाचल स्वास्थ्य क्रांति

Post by : Shivani Kumari

Oct. 16, 2025 3:57 p.m. 138

तांडा मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक सर्जरी: हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र की नई क्रांति

हिमाचल प्रदेश, जिसे ‘देवभूमि’ के नाम से जाना जाता है, प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन अब यह राज्य आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं में भी एक नया मुकाम हासिल कर रहा है। कांगड़ा जिले के राजेंद्र प्रसाद सरकारी मेडिकल कॉलेज, तांडा में हाल ही में शुरू हुई रोबोटिक सर्जरी सुविधा इस दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने वर्चुअल उद्घाटन करते हुए इसे “स्मार्ट स्वास्थ्य हिमाचल” की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। अब प्रदेश के लोग जटिल ऑपरेशन के लिए बाहर नहीं जाएंगे और सुरक्षित, तेज़ और आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा पाएंगे।

रोबोटिक सर्जरी का महत्व और इतिहास

रोबोटिक सर्जरी भारत में पिछले दो दशकों में तेजी से विकसित हुई है। पहले जटिल ऑपरेशन केवल बड़े शहरों के सुपर-स्पेशलिटी अस्पतालों तक ही सीमित थे। लेकिन नई तकनीकों और प्रशिक्षण के माध्यम से अब छोटे और मीडियम मेडिकल कॉलेजों में भी यह सुविधा उपलब्ध हो रही है। इस तकनीक में डॉक्टर रोबोटिक आर्म्स और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का उपयोग करके ऑपरेशन करते हैं। मरीजों को कम दर्द, न्यूनतम रक्तस्राव और तेज़ रिकवरी का लाभ मिलता है। हिमाचल में पहली यूनिट IGMC शिमला में स्थापित की गई थी। तांडा मेडिकल कॉलेज इस क्षेत्र में राज्य की दूसरी यूनिट के रूप में उभर रहा है।

तांडा मेडिकल कॉलेज में नई सुविधा की विशेषताएँ

सटीक ऑपरेशन और न्यूनतम गलती

रोबोटिक सिस्टम के जरिए डॉक्टर जटिल ऑपरेशन भी उच्च सटीकता के साथ कर सकते हैं। ऑपरेशन के दौरान गलती की संभावना न्यूनतम रहती है।

कम दर्द और तेज़ रिकवरी

मरीज को पारंपरिक सर्जरी की तुलना में कम दर्द और छोटा अस्पताल प्रवास मिलता है। मिनीमल इनवेसिव सर्जरी से रोगी जल्दी ठीक हो जाता है।

न्यूनतम रक्तस्राव और सुरक्षित प्रक्रिया

आधुनिक रोबोटिक तकनीक के प्रयोग से ऑपरेशन में रक्तस्राव कम होता है, जिससे मरीज की सुरक्षा बढ़ती है।

मुख्यमंत्री का उद्घाटन और दृष्टिकोण

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने उद्घाटन के दौरान कहा कि अब हिमाचल के मरीज जटिल ऑपरेशन के लिए बाहर नहीं जाएंगे। यह सुविधा प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के साथ-साथ स्मार्ट स्वास्थ्य हिमाचल की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल CM सुखू के स्वास्थ्य योजना के तहत प्रदेश में HP स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और आधुनिक बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।

चिकित्सकों और सर्जनों के लिए प्रशिक्षण

तांडा मेडिकल कॉलेज के सर्जन AI प्रशिक्षण कार्यक्रमों के तहत एआई और रोबोटिक सर्जरी में प्रशिक्षित किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य है कि हर मरीज को उच्च गुणवत्ता वाली सर्जरी का लाभ मिले और आधुनिक चिकित्सा तकनीक का सही उपयोग हो।

मरीजों का अनुभव और प्रतिक्रिया

मरीजों ने कम दर्द और तेज़ रिकवरी का अनुभव साझा किया। कई लोगों ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी ने उनकी उम्मीदों से बेहतर परिणाम दिए। इससे प्रदेश के नागरिकों में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति भरोसा बढ़ा है।

विशेषज्ञों की समीक्षा और राय

विशेषज्ञों का मानना है कि तांडा मेडिकल कॉलेज की यह पहल प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांति लाएगी। यह सुविधा हिमाचल को रोबोटिक सर्जरी और आधुनिक स्वास्थ्य तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी बनाएगी। एआई और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से डॉक्टरों की दक्षता बढ़ेगी और प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता राष्ट्रीय मानक तक पहुंचेगी।

जनता और मीडिया की प्रतिक्रिया

राज्य और राष्ट्रीय मीडिया ने इस सुविधा को सकारात्मक रूप में कवर किया। सोशल मीडिया पर जनता ने इसे सराहा और कहा कि अब उन्हें जटिल ऑपरेशन के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। जनता की मुख्य उम्मीदें हैं:

  • अस्पतालों में आधुनिक सर्जरी सुविधाओं का विस्तार
  • डॉक्टरों के प्रशिक्षण में वृद्धि
  • स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार तकनीकी नवाचार

स्वास्थ्य सेवाओं, समाज और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

रोबोटिक सर्जरी की सुविधा प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे, सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव ला रही है।

  • मरीजों को सुरक्षित, तेज़ और उच्च गुणवत्ता वाली सर्जरी मिल रही है।
  • ग्रामीण और दूरदराज़ क्षेत्रों के लोग भी आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं।
  • स्वास्थ्य पर्यटन और आर्थिक निवेश के अवसर बढ़े हैं।
  • डिजिटल रिकॉर्डिंग और एआई तकनीक ने प्रदेश को स्मार्ट स्वास्थ्य प्रणाली में अग्रणी बनाया है।

भविष्य की योजनाएँ और संभावनाएँ

तांडा मेडिकल कॉलेज की सफलता के आधार पर हिमाचल सरकार की योजनाएँ हैं:

  • मंडी और हमीरपुर में रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत
  • AI और तकनीकी प्रशिक्षण का विस्तार
  • स्मार्ट हेल्थकेयर और अस्पताल नवाचार को मजबूत करना
  • राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करना

 हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र का भविष्य

तांडा मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत ने हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति ला दी है। अब प्रदेश के लोग सुरक्षित और आधुनिक सर्जरी का लाभ अपने राज्य में ही उठा सकते हैं। यह सुविधा प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, डॉक्टरों की दक्षता और समाज के स्वास्थ्य मानकों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करेगी। आने वाले वर्षों में सभी मेडिकल कॉलेजों में AI प्रशिक्षण और रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी राज्य बनेगा।

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