Post by : Shivani Kumari
बॉलीवुड की खूबसूरत और सादगीभरी अभिनेत्री यामी गौतम ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। अपनी आने वाली फिल्म ‘हक़’ (Haq) की रिलीज़ से पहले उन्होंने एक इंटरव्यू में अपने दिल की बात कही — "मेरे लिए अवॉर्ड या रिवॉर्ड से ज़्यादा मायने रखता है दर्शकों का सच्चा प्यार और सम्मान।" यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और फैन्स यामी की इस सोच की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
यामी गौतम ने कहा कि उन्हें जब भी किसी किरदार के लिए चुना जाता है, तो वे कोशिश करती हैं कि वह चरित्र सिर्फ स्क्रीन पर नहीं, दर्शकों के दिलों में उतर जाए। उन्होंने बताया कि ‘हक़’ एक ऐसी कहानी है जो समाज के गहरे सवालों को उजागर करती है और एक आम महिला की जंग को दर्शाती है।
उन्होंने कहा — “हर बार जब मैं कैमरे के सामने आती हूं, तो मैं सोचती हूं कि मैं इस किरदार के ज़रिए क्या कहना चाहती हूं। मेरे लिए यही असली अवॉर्ड है जब लोग मेरे अभिनय से जुड़ाव महसूस करें।”
यामी की यह सोच उनके करियर की शुरुआत से ही दिखाई देती है। उन्होंने विकी डोनर से लेकर उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक, बाला, दसवी और आ थर्सडे जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग का अलग रंग दिखाया है।
वर्तमान में, ‘हक़’ उनकी अब तक की सबसे चुनौतीपूर्ण फिल्मों में से एक मानी जा रही है। यह फिल्म एक ऐसे सामाजिक मुद्दे पर आधारित है जो भारत की व्यवस्था और महिला अधिकारों को केंद्र में रखती है। सूत्रों के मुताबिक, फिल्म में यामी एक ऐसी महिला का किरदार निभा रही हैं जो न्याय की लड़ाई में पूरे सिस्टम से भिड़ जाती है।
फिल्म के निर्देशक ने बताया कि यामी ने अपने किरदार के लिए गहरी रिसर्च की और कई वास्तविक मामलों का अध्ययन किया। उन्होंने कहा, “यामी का समर्पण अद्भुत है। उन्होंने इस किरदार को सिर्फ निभाया नहीं बल्कि जिया है।”
‘हक़’ के ट्रेलर को रिलीज़ होते ही जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। यूट्यूब पर इसे पहले 24 घंटों में लाखों व्यूज़ मिले। फैन्स ने सोशल मीडिया पर यामी की एक्टिंग और ट्रेलर के भावनात्मक संवादों की सराहना की।
यामी गौतम ने अपने बयान में यह भी कहा कि आजकल इंडस्ट्री में अवॉर्ड्स की राजनीति बढ़ गई है। उन्होंने कहा — “अवॉर्ड्स मिलना अच्छी बात है, लेकिन वह हमेशा असली मेहनत का पैमाना नहीं होते। बहुत से कलाकार बिना अवॉर्ड के भी दर्शकों के दिलों में अमर रहते हैं।”
यह बात उन्होंने बिल्कुल सही कही क्योंकि बॉलीवुड में ऐसे कई उदाहरण हैं जहाँ महान कलाकारों को अपने करियर में कभी अवॉर्ड नहीं मिला, फिर भी उनका नाम अमर हो गया।
यामी ने आगे कहा — “जब दर्शक आपके काम को याद रखते हैं, तो वही सबसे बड़ा सम्मान है। मेरे लिए ‘हक़’ जैसी फिल्में अवॉर्ड्स से कहीं ज़्यादा मायने रखती हैं।”
उनकी यह सोच हिमाचल न्यूज़ जैसे मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर चर्चा का विषय बन चुकी है, जहाँ लोग यामी की सादगी और समर्पण की तारीफ कर रहे हैं।
फिल्म इंडस्ट्री में इस समय एक और ट्रेंड चल रहा है — जहां कई सितारे अपने पुराने दौर की तस्वीरों से चर्चा में हैं। हाल ही में बॉबी देओल युवा तस्वीरें सुंदर अभिनेता से जुड़ी एक रिपोर्ट वायरल हुई थी, जिसमें दिखाया गया कि कैसे बॉबी देओल का यंग लुक आज भी लोगों को आकर्षित करता है। उसी तरह, यामी गौतम भी अपने करियर के हर चरण में अपने लुक और अभिनय दोनों से दर्शकों को जोड़ने में सफल रही हैं।
वहीं, रियलिटी शो की दुनिया में बिग बॉस 19: जीशान कादरी के एविक्शन का ड्रामा भी चर्चा में है। सोशल मीडिया यूज़र्स ने यामी की फिल्म और बिग बॉस जैसे रियलिटी शोज़ को तुलना करते हुए कहा कि “जहाँ एक तरफ रियलिटी शो ड्रामा दिखाते हैं, वहीं यामी गौतम की ‘हक़’ सच्चाई और इंसाफ़ की बात करती है।”
इस तरह यामी गौतम का नाम सिर्फ फिल्मों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि वह आज की पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बन चुकी हैं।
फिल्म ट्रेड एनालिस्ट्स के अनुसार, ‘हक़’ के ओपनिंग कलेक्शन को लेकर काफी उम्मीदें हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर मजबूत शुरुआत कर सकती है, खासकर यामी के वफादार फैनबेस और दमदार विषय के कारण।
यामी गौतम ने अपने इंटरव्यू का समापन करते हुए कहा —
“अगर मेरे किरदार से किसी महिला को हिम्मत मिलती है, तो वही मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान है। अवॉर्ड्स आते-जाते रहते हैं, लेकिन दर्शकों का प्यार हमेशा रहता है।”
उनकी यह बात फिल्म इंडस्ट्री के उस हिस्से को भी आईना दिखाती है जो सिर्फ ग्लैमर और अवॉर्ड्स की दुनिया में सीमित रह गया है। यामी गौतम ने साबित किया है कि एक कलाकार का असली ‘हक़’ उसके अभिनय और समाज के प्रति उसकी जिम्मेदारी में छिपा है।
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