Post by : Shivani Kumari
हिमाचल प्रदेश में इस दीवाली के अवसर पर हिमाचल खाद्य सुरक्षा विभाग ने नकली और घटिया गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की घोषणा की है। त्योहारी सीजन में मिठाइयों, दूध, घी, खोया और अन्य खाद्य उत्पादों की मांग बढ़ जाती है, और ऐसे समय में नकली या मिलावटी उत्पाद उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं। विभाग ने विशेष निरीक्षण अभियान शुरू किया है, जिसमें बाहरी राज्यों से आने वाले सभी खाद्य उत्पादों की जांच की जाएगी और घटिया या नकली उत्पाद पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
बिलासपुर जिले के प्रमुख क्षेत्रों जैसे कीरतपुर, नेरचौक फोरलेन और मंडी-भराड़ी में विशेष निरीक्षण किया जाएगा। इसके अलावा शहरों और कस्बों में भी अचानक निरीक्षण किए जाएंगे, ताकि उपभोक्ताओं तक केवल प्रमाणित और गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थ ही पहुँचें। सहायक आयुक्त महेश कश्यप ने कहा कि इस बार दीवाली मिठाई सुरक्षा और उपभोक्ताओं की सेहत को ध्यान में रखते हुए किसी भी प्रकार के नकली या घटिया उत्पादों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि विभाग का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं को सुरक्षित, स्वास्थ्य-सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराना है।
नकली मिठाइयाँ रोकथाम अभियान के तहत मिठाइयों और अन्य त्योहारी उत्पादों की पैकेजिंग, सामग्री, उत्पादन प्रक्रिया और भंडारण की कड़ी जांच की जाएगी। अगर किसी उत्पाद में मानक के अनुरूप गुणवत्ता नहीं पाई जाती है, तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य उपभोक्ताओं में जागरूकता बढ़ाना और उन्हें नकली और घटिया उत्पादों से बचाना भी है।
त्योहारी सीजन में नकली मिठाइयों, मिलावटी घी, घटिया दूध और खोया बाजार में अधिक मात्रा में आ सकते हैं। ऐसे उत्पादों में हानिकारक रसायन, मिलावट और अशुद्ध सामग्री हो सकती है, जो पेट संबंधी बीमारियों, एलर्जी और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। विशेष रूप से बच्चे, बुजुर्ग और रोगी वर्ग ऐसे उत्पादों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
विभाग ने स्थानीय दुकानदारों और उत्पादकों को भी निर्देश दिए हैं कि वे केवल प्रमाणित और गुणवत्ता वाले उत्पाद ही बेचें। दुकानदारों को अपने उत्पादों की पैकेजिंग और उत्पादन प्रक्रिया की नियमित जांच करनी होगी। किसी भी उल्लंघन की स्थिति में विभाग तुरंत कार्रवाई करेगा। उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे केवल प्रमाणित दुकानों और ब्रांडेड उत्पादों का ही चयन करें। ऐसा करने से वे नकली और घटिया उत्पादों के जोखिम से सुरक्षित रहेंगे।
पिछले वर्षों में भी विभाग ने त्योहारी सीजन में खाद्य सुरक्षा जांच अभियान चलाया है। इस बार निरीक्षण प्रक्रिया को और अधिक व्यापक और प्रभावी बनाया गया है। बाहरी राज्यों से आने वाले उत्पादों की विशेष जांच, स्थानीय दुकानों पर अचानक निरीक्षण और उपभोक्ताओं में जागरूकता अभियान इसे और अधिक प्रभावी बनाएंगे। विभाग का मानना है कि यह पहल उपभोक्ताओं को सुरक्षित और गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और स्थानीय उत्पादकों को गुणवत्ता मानकों के अनुरूप उत्पाद बेचने के लिए प्रेरित करेगी।
त्योहारों के दौरान उपभोक्ताओं में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभाग ने विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई है। इन कार्यक्रमों में लोगों को नकली खाद्य पदार्थों की पहचान करने, सुरक्षित उत्पाद चुनने और दीवाली मिठाई सुरक्षा सुनिश्चित करने के तरीके बताए जाएंगे। उपभोक्ताओं को यह जानकारी मिलने से वे खुद सही और सुरक्षित खाद्य उत्पाद चुन सकते हैं।
सहायक आयुक्त महेश कश्यप ने कहा कि इस दीवाली पर हम चाहते हैं कि सभी उपभोक्ता सुरक्षित और गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थ का आनंद लें। विभाग किसी भी प्रकार की मिलावट या घटिया उत्पादों को बर्दाश्त नहीं करेगा। यह अभियान उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा और त्योहारी सीजन के आनंद को सुनिश्चित करने के लिए है।
उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे केवल प्रमाणित दुकानों और ब्रांडेड उत्पादों का ही चयन करें, पैकेजिंग पर खाद्य सुरक्षा प्रमाणपत्र और उत्पादन तिथि की जांच करें और किसी भी संदिग्ध उत्पाद का सेवन न करें। बच्चों को ऐसे उत्पादों से दूर रखना आवश्यक है और अगर कोई घटिया उत्पाद मिलते हैं तो विभाग को तुरंत सूचित करें।
इस पहल से उपभोक्ताओं में जागरूकता बढ़ेगी और दुकानदार गुणवत्ता मानकों का पालन करेंगे। पूरे प्रदेश में त्योहारों के दौरान खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी। यह अभियान ना केवल उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि स्थानीय और बाहरी उत्पादकों को गुणवत्ता मानकों के अनुसार उत्पाद बेचने के लिए भी प्रेरित करेगा।
हिमाचल खाद्य सुरक्षा विभाग का यह अभियान त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं को सुरक्षित, स्वास्थ्य-सुरक्षित और गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उपभोक्ताओं के लिए यह कदम सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण है और पूरे प्रदेश में खाद्य सुरक्षा के स्तर को बढ़ाने में मदद करेगा।
इस अभियान के जरिए नकली मिठाइयों, घटिया घी, मिलावटी दूध और खोया जैसी वस्तुओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग का कहना है कि त्योहारी सीजन में किसी भी प्रकार की मिलावट या घटिया सामग्री वाले उत्पादों को बाजार में नहीं आने दिया जाएगा। यह पहल उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है।
उपभोक्ताओं को जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित उत्पाद चुनने के लिए प्रेरित करना विभाग की प्राथमिकता है। विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि त्योहारी सीजन में बाजार में बिकने वाले सभी खाद्य पदार्थ प्रमाणित और सुरक्षित हों। उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने हर संभव उपाय किए हैं और यह अभियान पूरे प्रदेश में त्योहारी खाद्य सुरक्षा के लिए आदर्श साबित होगा।
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