वन-डे में सबसे उम्रदराज नंबर वन बल्लेबाज बने रोहित शर्मा
वन-डे में सबसे उम्रदराज नंबर वन बल्लेबाज बने रोहित शर्मा

Post by : Shivani Kumari

Oct. 30, 2025 10:38 a.m. 134

मुंबई की गलियों से निकलकर विश्व क्रिकेट के शिखर तक पहुंचने वाले रोहित गुरुनाथ शर्मा ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। ३८ साल १८२ दिन की उम्र में वे अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय क्रिकेट में बल्लेबाजी रैंकिंग में नंबर एक स्थान हासिल करने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए हैं। यह उपलब्धि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज में शानदार प्रदर्शन के बाद हासिल की।

इस सीरीज में रोहित ने तीन पारियों में २९४ रन बनाए, जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। उनका औसत ९८ का रहा और स्ट्राइक रेट १२१.६ से ऊपर। पहले मैच में ११० गेंदों में १३० रन, दूसरे में ६५ गेंदों में ८० रन और तीसरे मैच में ४१ गेंदों में ८४ रन की आक्रामक पारियां खेलीं। इन पारियों ने न केवल भारत को सीरीज में २-१ से जीत दिलाई, बल्कि रोहित को रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचा दिया।

महत्वपूर्ण आंकड़ा: रोहित ने ३८ साल १८२ दिन की उम्र में यह मुकाम हासिल किया, जबकि इससे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के बाबर आजम के नाम था, जिन्होंने ३० साल ११ महीने की उम्र में नंबर एक स्थान प्राप्त किया था।

रोहित का यह प्रदर्शन इसलिए भी खास है क्योंकि पिछले दो वर्षों में वे लगातार चोटों और फॉर्म की उतार-चढ़ाव से जूझ रहे थे। २०२३ विश्वकप के बाद से उन्होंने १५ एकदिवसीय मैचों में केवल ४५० रन बनाए थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज ने साबित कर दिया कि हिटमैन अभी भी पूरी तरह फिट और खतरनाक हैं।

आईसीसी की नवीनतम रैंकिंग में रोहित ने ७६५ अंक हासिल किए हैं, जो दूसरे स्थान पर काबिज शुभमन गिल से ३० अंक अधिक हैं। गिल ने भी इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन रोहित की निरंतरता ने उन्हें पीछे छोड़ दिया। तीसरे स्थान पर पाकिस्तान के बाबर आजम हैं, जिनके ७४० अंक हैं।

“मैंने कभी उम्र को बाधा नहीं माना। जब तक शरीर साथ देता है, मैं खेलता रहूंगा। यह सिर्फ शुरुआत है।” — रोहित शर्मा, प्रेस कॉन्फ्रेंस में

क्रिकेट विश्लेषक हर्षा भोगले ने टिप्पणी की, “रोहित का यह प्रदर्शन उम्र को सिर्फ एक संख्या साबित करता है। उनकी बल्लेबाजी में अब भी वही आक्रामकता है जो २०१३ में देखने को मिली थी। वे अब अधिक परिपक्व और चालाक बल्लेबाज बन गए हैं।”

रोहित का करियर अब तक २६४ एकदिवसीय मैचों का रहा है, जिसमें उन्होंने ४८.२३ के औसत से १०,८६६ रन बनाए हैं। इनमें ३१ शतक और ५५ अर्धशतक शामिल हैं। वे सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं जिनके नाम १०,००० से अधिक एकदिवसीय रन हैं।

वन-डे करियर (अद्यतन):
मैच: २६४ | रन: १०,८६६ | औसत: ४८.२३ | स्ट्राइक रेट: ९१.४
शतक: ३१ | अर्धशतक: ५५ | सर्वश्रेष्ठ: २६४
छक्के: ३१६ | चौके: ९८०

इस उपलब्धि के साथ रोहित ने कई रिकॉर्ड तोड़े हैं। वे अब तक के सबसे उम्रदराज नंबर एक बल्लेबाज हैं, साथ ही वे पहले भारतीय कप्तान हैं जिन्होंने ३५ साल की उम्र के बाद रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया। इससे पहले विराट कोहली ने ३२ साल की उम्र में यह मुकाम हासिल किया था।

ऑस्ट्रेलिया सीरीज — मैच दर मैच विश्लेषण

पहला मैच, सिडनी: भारत ने ५ विकेट से जीत हासिल की। रोहित ने १३० रन बनाए। उन्होंने मिचेल स्टार्क की तेज गेंदों को कवर ड्राइव से और एडम जाम्पा की स्पिन को स्वीप शॉट से खेला। उनकी पारी में १२ चौके और ५ छक्के शामिल थे।

दूसरा मैच, मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया ने ४ विकेट से जीत दर्ज की। रोहित ने ८० रन बनाए। पैट कमिंस की शॉर्ट पिच गेंदों को पुल शॉट से चौके-छक्के में बदला। उनकी पारी में ८ चौके और ३ छक्के थे।

तीसरा मैच, पर्थ: भारत ने ७ विकेट से जीत हासिल की। रोहित ने ८४ रन बनाए। केवल ४१ गेंदों में ८ चौके और ४ छक्के लगाए। उनकी स्ट्राइक रेट २०५ की थी।

सीरीज के आंकड़े:
• कुल रन: २९४
• औसत: ९८.००
• स्ट्राइक रेट: १२१.६
• शतक: १
• अर्धशतक: २
• चौके: २८
• छक्के: १२

रोहित शर्मा का पूरा करियर वृत्तांत

रोहित का जन्म ३० अप्रैल १९८७ को मुंबई में हुआ था। बचपन से ही क्रिकेट के प्रति जुनून था। १२ साल की उम्र में स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल की क्रिकेट टीम में शामिल हुए। २००६ में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया। २००७ में टी२० विश्वकप में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।

२०१३ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ २०९ रन की पारी खेलकर विश्व पटल पर छा गए। २०१४ में श्रीलंका के खिलाफ २६४ रन की पारी खेली, जो एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर है। २०१९ विश्वकप में ५ शतक लगाकर रिकॉर्ड बनाया।

रोहित ने ५९ टेस्ट, २६४ एकदिवसीय और १५१ टी२० अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। कुल १९,००० से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाए हैं। ३ बार विश्वकप फाइनल में भारत को पहुंचाया। २०२४ में टी२० विश्वकप जीतकर कप्तान के रूप में इतिहास रचा।

आईसीसी रैंकिंग सिस्टम — कैसे काम करता है?

आईसीसी रैंकिंग अंक प्रणाली पर आधारित है। प्रत्येक खिलाड़ी को पिछले ३-४ वर्षों के प्रदर्शन के आधार पर अंक दिए जाते हैं। नई सीरीज में अच्छा प्रदर्शन पुराने खराब प्रदर्शन को मिटा देता है। रेटिंग पॉइंट = (रन × मैच कठिनाई गुणांक) ÷ गेंदें।

रोहित के ७६५ अंक का मतलब है कि वे पिछले २४ महीनों में सबसे निरंतर बल्लेबाज रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में उनके २९४ रन ने १२० पुराने अंक मिटाए और १५० नए अंक जोड़े।

अन्य उम्रदराज खिलाड़ियों के रिकॉर्ड

शिवनारायण चंद्रपॉल ने ३७ साल में टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक स्थान हासिल किया था। मिसबाह-उल-हक ३६ साल में नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज बने। लेकिन एकदिवसीय में रोहित का रिकॉर्ड सबसे ऊपर है।

रोहित की फिटनेस और आहार योजना

रोहित सुबह ५ बजे उठते हैं। ४५ मिनट योग, १ घंटा जिम। आहार में प्रोटीन शेक, ओट्स, अंडे, चिकन, मछली, हरी सब्जियां, फल। दिन में ४ लीटर पानी। सोने से ३ घंटे पहले खाना बंद।

फिजियोथेरेपिस्ट नितिन पटेल कहते हैं, “रोहित का शरीर ३० साल के युवा जैसा है। उनकी मांसपेशियां अब भी लचीली हैं।”

प्रशंसकों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएं

सचिन तेंदुलकर: “रोहित ने साबित किया कि उम्र मायने नहीं रखती।”

विराट कोहली: “हिटमैन अभी भी दुनिया का सबसे खतरनाक बल्लेबाज है।”

सोशल मीडिया पर #हिटमैन_नंबर१ ट्रेंड कर रहा है। एक प्रशंसक ने लिखा, “३८ साल में भी रोहित जिस तरह खेल रहे हैं, वह युवाओं को शर्मिंदा कर रहा है।”

भविष्य की योजनाएं और विश्वकप २०२७

रोहित का अगला लक्ष्य २०२७ विश्वकप है, जो भारत में ही होना है। वे चाहते हैं कि उस समय भी वे टीम का हिस्सा हों और कप्तानी करें। “मेरा सपना है कि भारत अपने घर में विश्वकप जीते। मैं इसके लिए पूरी तरह तैयार हूं,” उन्होंने कहा।

रोहित ने घोषणा की है कि वे २०२७ तक सभी प्रारूपों में खेलेंगे। इसके बाद संन्यास लेंगे। “मैं चाहता हूं कि मेरा आखिरी मैच भारत के लिए विश्वकप फाइनल हो।”

रोहित के सर्वश्रेष्ठ पल

  • २०१३: २०९ रन (पहला दोहरा शतक)
  • २०१४: २६४ रन (विश्व रिकॉर्ड)
  • २०१९: विश्वकप में ५ शतक
  • २०२४: टी२० विश्वकप जीत
  • २०२५: ३८ साल में नंबर-१

रोहित की इस उपलब्धि ने यह भी साबित कर दिया है कि उम्र केवल एक संख्या है। जब तक जुनून और मेहनत है, सफलता की कोई सीमा नहीं। रोहित शर्मा ने न केवल अपने लिए, बल्कि सभी उम्रदराज खिलाड़ियों के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया है।

आने वाले दिनों में रोहित की नजर इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली एकदिवसीय सीरीज पर होगी। यदि वे वहां भी ऐसा ही प्रदर्शन करते हैं, तो उनका नंबर एक स्थान और मजबूत हो जाएगा। क्रिकेट जगत की निगाहें अब हिटमैन पर टिकी हैं — क्या वे ४० साल की उम्र तक भी यह रुतबा बनाए रखेंगे?

रोहित शर्मा अब सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, एक प्रेरणा हैं। उनकी कहानी बताती है कि सपने देखने की कोई उम्र नहीं होती। जब तक सांस है, संघर्ष है, और जब तक संघर्ष है, जीत निश्चित है।

जय हिंद। जय हिटमैन।

#ब्रेकिंग न्यूज़ #खेल समाचार #ताज़ा खबरें
अनुच्छेद
प्रायोजित
ट्रेंडिंग खबरें
सरकाघाट का चंद्र बना इलाक़े का ‘बुलडोज़र बेटा’, अपने खर्चे से बहाल कराई बंद पड़ी 30 सड़कें एआई ने खोला 500 साल पुराना शिव स्तुति शिलालेख का रहस्य कांगड़ा में हुआ 46वां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रांत अधिवेशन, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार रहे मुख्य अतिथि जीएसटी सुधारों ने भारत में अक्टूबर में ऑटो बिक्री विक्रय रिकॉर्ड बनाया भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनियों ने दिखाया नया रिकॉर्ड, त्योहारों की माँग से बिक्री हुई बढ़ोतरी गूगल ने पिक्सेल यूज़र्स के लिए अक्टूबर में दिया आखिरी मिनट सुरक्षा अपडेट इस सप्ताह सोना ₹748 गिरा, चांदी ₹2,092 बढ़ी, बाजार में उतार-चढ़ाव हिमाचल कैबिनेट ने युवाओं के लिए 700 से अधिक नई सरकारी नौकरियां दीं, जिलेवार विकास योजनाओं को मंजूरी